चारा घोटाला, मिट्टी घोटाला, जमीन घोटाला… ये घोटालों की लिस्ट है, जिसमें बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का नाम आरोपी के रुप में शामिल है। चारा घोटाला मामले में तो आरोप सिद्ध भी हो चुका है और कोर्ट ने सजा भी तय कर दी। हालांकि, फिलहाल राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव जमानत पर बाहर हैं। इस बीच राजद ऑफिस के बाहर एक पोस्टर लगा है, जिसने बिहार के सियासी गलियारों की हलचल तेज कर दी। पोस्टर में राजद ने लालू यादव के लिए भारत रत्न की मांग कर दी।
लालू यादव के शासन काल की बात की जाए, तो कानून व्यवस्था से लेकर, शिक्षा, रोजगार की हालत कितनी तंदुरुस्त थी, इसके लिए शायद आंकड़े दिखाने की भी जरूरत नहीं। लालू यादव के शासनकाल को जंगलराज का नाम ऐसे हीं नहीं दिया गया। बिहार के लिए ये वो अधंकार का युग था, जब इस राज्य में दिन के उजाले में भी महिलाओं और बेटियों का घर से बाहर निकलना सुरक्षित नहीं था, वहीं सूरज ढलने के बाद तो पुरुषों पर भी खतरा मंडराता था।
ऐसा नहीं है कि आज बिहार विकास की ऊंचाइयों को छू रहा है, लेकिन आज के दौर में बिहार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। लालू यादव के राज को बिहार में जंगलराज कहा जाने लगा। एक मुख्यमंत्री के लिए इससे शर्मनाक कुछ और नहीं हो सकता। खैर, लालू यादव के लिए भारत रत्न की मांग को भारतीय जनता पार्टी के नेता नीरज कुमार सिंह ने हास्यास्पद बताया।
‘अपहरण को उद्योग का दर्जा देने के लिए भारत रत्न दिया?’: नीरज कुमार सिंह
उन्होंने कहा, “लालू प्रसाद के लिए भारत रत्न की बात करने से ज्यादा हास्यास्पद कुछ नहीं हो सकता है। लालू प्रसाद को किस बात के लिए भारत रत्न देने की जरूरत है? क्या बिहार में अपहरण को उद्योग का दर्जा देने के लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाए या फिर बिहार की कई पीढ़ियों को गर्दिश में धकेलने के लिए उन्हें भारत रत्न दिया जाए?’
‘नरसंहार के लिए लालू यादव को भारत रत्न दिया जाए?’
नीरज कुमार सिंह ने कहा, “बिहार से बाहर उद्योगपतियों को खदेड़ने या फिर यहां हुए नरसंहार के लिए भारत रत्न उन्हें दिया जाए? लालू प्रसाद को भारत रत्न दिए जाने की मांग करना वास्तव में भारत रत्न जैसे सम्मान का अपमान करना है। इसे हास्यास्पद कुछ नहीं हो सकता है। यह मानसिक दिवालियापन का परिचायक है।”
JDU ने राजद को जमकर घेरा। जदयू नेता और एमएलसी नीरज कुमार ने तो राजद को जमकर घेरा और कहा, “आज भारत रत्न जैसा महत्वपूर्ण पुरस्कार भी लज्जित हो गया होगा। लालू प्रसाद अनमोल रत्न हैं। वह होटवार जेल के कैदी नंबर 3351 रत्न हैं। वह बेउर जेल के रत्न, सीबीआई के रत्न, परिवारवाद के रत्न हैं। लालू प्रसाद ऐसे राजनीतिक नमूना हैं, जिसको देखकर के रत्न को भी शर्म आ जाता है। भारत रत्न तो बहुत बड़ी चीज है। अपनी तुलना जननायक कर्पूरी ठाकुर से किया जाना, लालू प्रसाद अपनी जगहंसाई खुद करवा रहे हैं।”