लखनऊ: एसटीएफ की वाराणसी टीम ने अवैध हथियारों की सप्लाई में शामिल महिला तस्कर मुस्कान तिवारी को बुधवार सुबह कैसरबाग बस स्टेशन पर गिरफ्तार कर लिया। वह बुर्का पहन कर बस से कैसरबाग बस अड्डे पर पहुंची थी। उसके पास चार हथियार व सात मैंगजीन बरामद हुई हैं। इनमें से एक असलहा पाकिस्तान में बना बताया जा रहा है। यह महिला तस्कर शुभम सिंह गिरोह के लिए काम करती है और पहले भी पकड़ी जा चुकी है। इस समय वह जमानत पर बाहर थी।
एसटीएफ के इंस्पेक्टर अनिल कुमार सिंह के मुताबिक गिरफ्तार महिला की पहचान जौनपुर के रुधौली मुस्कान तिवारी के रूप में हुई। पिछले साल 20 नवम्बर को गाजीपुर, करीमुद्दीनपुर निवासी अंकित कुमार पाण्डेय, मुस्कान तिवारी और सत्यम यादव को दो पिस्टल के साथ सुलतानपुर में पकड़ा था। इसमें मुस्कान को जमानत मिल गई थी। उस समय खुलासा हुआ था कि उनके गिरोह का सरगना जौनपुर के जुडापुर निवासी शुभम सिंह है। इस गिरोह का नेटवर्क पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार व दिल्ली तक फैला हुआ है।
जमानत पर छूटने के बाद फिर सक्रिय हुई
एसटीएफ ने बताया कि मुस्कान जमानत पर छूटने के बाद फिर से गिरोह में सक्रिय हो गई थी। वह चार हथियार लेकर अपनी वेशभूषा बदल कर बस से कैसरबाग पहुंची थी। उसे ये चार पिस्टल मेरठ में उपलब्ध कराई गई थी। इसके लिए उसे 50 हजार रुपये दिए गए थे। हर पिस्टल की कीमत डेढ़ लाख रुपये बताई गई है। मुस्कान का परिचय शुभम से हुआ था। शुभम ने बताया था कि उसे असलहा की सप्लाई करने पर काफी रकम मिलेगी। इस पर वह उसके साथ जुड़ गई थी। प्रत्येक पिस्टल की कीमत लगभग डेढ लाख रुपये है। यह पिस्टल उसे शाहगंज, जौनपुर में देनी थी। कैसरबाग से उसे शाहगंज के लिए बस पकड़नी थी।