Maharajganj News: भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ी सोने की तस्करी, तस्करों के नए-नए तरीके सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द

सोने की तस्करी

महराजगंज, (आनन्द श्रीवास्तव): भारत-नेपाल सीमा पर तस्करों की गतिविधियों में लगातार इजाफा हो रहा है। अब तस्कर बड़े पैमाने पर भारत से सोना नेपाल पहुंचा रहे हैं। भारतीय बाजार में सोने की कीमत 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है, जबकि नेपाल में यह भारतीय मुद्रा में 87,500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है। नेपाल में प्रति 10 ग्राम सोने का मूल्य लगभग 1,40,000 नेपाली रुपये है, जिसके चलते तस्करों के लिए यह धंधा बेहद लाभदायक साबित हो रहा है। नेपाल के दुकानदार भी भारतीय सोना खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं, जिससे तस्करी के मामलों में तेजी आई है।

तस्करी का नया रूट: पगडंडियों और भीड़ का फायदा-

सूत्रों के अनुसार, तस्कर अब सोने को पगडंडियों और छोटे रास्तों से नेपाल ले जा रहे हैं। कुछ तस्कर तो सोने को आभूषण का रूप देकर मुख्य मार्गों से भी प्रवेश कर रहे हैं। खासकर सोनौली बॉर्डर पर, जहां रोजाना करीब 10,000 यात्रियों का आवागमन होता है, तस्कर इस भीड़ का फायदा उठाकर सोना आसानी से नेपाल पहुंचा रहे हैं। सोनौली बस डिपो के पीछे स्थित गली और पगडंडियों का इस्तेमाल कर तस्कर अवैध रूप से सीमा पार जा रहे हैं।

भीड़भाड़ वाले इलाकों में सामान्य आवागमन के दौरान तस्कर बड़ी चालाकी से सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से बचकर सोने की तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा, सोने को आभूषण का रूप देकर उसकी पहचान छुपाने की कोशिश भी की जाती है, ताकि सीमा पार करने में किसी प्रकार की बाधा न आए।

तस्करी के बढ़ते रुझान और बदलते सोर्स-

पहले नेपाल में बड़े पैमाने पर सोने की तस्करी खाड़ी देशों जैसे कतर, दुबई, ओमान, मलेशिया और सऊदी अरब से होती थी। इन देशों से तस्करी कर लाया गया सोना नेपाल में पहुंचता था, लेकिन अब तस्करी का नया सोर्स भारत बन गया है। राजस्थान से सोने की तस्करी तेजी से बढ़ रही है, जहां से सोने को भारत-नेपाल सीमा के जरिए नेपाल ले जाया जा रहा है।

सुरक्षा एजेंसियों की सख्ती-

भारत-नेपाल सीमा पर हो रही तस्करी को रोकने के लिए दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। कस्टम, एसएसबी और अन्य सुरक्षा बलों द्वारा तस्करों की धरपकड़ के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके बावजूद, तस्कर नित नए तरीकों का इस्तेमाल कर इस अवैध धंधे को अंजाम दे रहे हैं। सोने को आभूषण का रूप देना और पगडंडियों के जरिए सीमा पार करना, तस्करों की रणनीति का हिस्सा बन चुका है।

भारत-नेपाल सीमा पर बढ़ती सोने की तस्करी ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने नई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। भारत में सोने की कीमत और नेपाल में उसकी ऊंची मांग के कारण यह धंधा तेजी से फलफूल रहा है। तस्करों की बढ़ती गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए प्रशासन को और भी सख्त कदम उठाने की जरूरत है। हालांकि, सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों द्वारा लगातार कार्रवाइयां की जा रही हैं, लेकिन तस्करों के नए-नए तरीके सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बने हुए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!