चंडीगढ़: हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए वोटिंग खत्म हो चुकी है. राज्य की सभी 90 सीटों पर कल एक ही चरण में वोट डाले गए. प्रदेश में करीब 67 फीसदी वोटिंग हुई. मतदान खत्म होने के बाद कल शाम एग्जिट पोल के आंकड़ें भी सामने आ गए. इसमें कांग्रेस की सरकार बनती हुई दिखाई दे रही है. अधिकतर सर्वे में दिखाया गया है कि हरियाणा में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रही है. हालांकि, 8 अक्टूबर को नतीजे आने के बाद ही यह तय होगा कि हरियाणा में किसकी सरकार बनेगी. मगर सबसे बड़ा सवाल सीएम फेस को लेकर है क्योंकि इसको लेकर कई दावेदार हैं.
हरियाणा में 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी!
एग्जिट पोल के मुताबिक, हरियाणा में 10 साल बाद कांग्रेस की वापसी हो रही है तो वहीं बीजेपी सत्ता से बेदखल होने वाली है. ऐसे में कांग्रेस सीएम फेस भूपेंद्र सिंह हुड्डा ही होंगे या कोई और… इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं क्योंकि चुनाव से पहले इसको लेकर पार्टी में जबरदस्त खींचतान हुई थी. सिरसा से कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा भी इस रेस में हैं. उन्हें भी प्रबल दावेदार माना जा रहा है. वह दलित फेस भी हैं.
वहीं, सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि अगर भूपेंद्र हुड्डा सीएम की रेस से बाहर हो जाते हैं, तो उनके बेटे और रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा सीएम की कुर्सी के लिए दावेदार हो सकते हैं. इसके अलावा एक और नाम की चर्चा है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि राज्य कांग्रेस प्रमुख और दलित नेता उदयभान भी सीएम पद के दावेदारों में से एक माने जा रहे हैं. उदयभान हुड्डा के काफी खास और वफादार भी हैं.
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक में उदयभान ने किसी दलित चेहरे को सीएम बनाने की बात कही थी. इस बैठक में उन्होंने पूछा था कि क्या पार्टी किसी दलित चेहरे को सीएम के रूप में नामित करेगी?
हुड्डा और सैलजा ने क्या कहा?
एक्जिट पोल के सामने आने के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मैं अभी तक रिटायर नहीं हुआ हूं. कांग्रेस पार्टी ही सरकार बनाएगी. मुख्यमंत्री कौन होगा, यह पार्टी आलाकमान ही तय करेगा. हम हरियाणा में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं. भूपेंद्र सिंह हुड्डा दो बार हरियाणा के मुख्यमंत्री (2005 से 2014) रह चुके हैं.
उन्होंने विधानसभा चुनावों और हालिया लोकसभा चुनावों में भी पार्टी के अभियान का नेतृत्व किया है. वहीं, सैलजा ने कहा कि कांग्रेस मेरे अनुभव और पार्टी के प्रति मेरी निष्ठा को खारिज नहीं कर सकती. सैलजा कांग्रेस की वफादार सिपाही हैं और हमेशा कांग्रेस के साथ रहेंगी. हर कोई जानता है कि कांग्रेस का सीएम कौन होगा इसका फैसला हमेशा पार्टी आलाकमान करती है.
किस सर्वे में किसको कितनी सीटें
- एक्सिस माय इंडिया- कांग्रेस को 53-65, बीजेपी को 18-28, INLD को 1-5 और अन्य 3-8. वहीं जेजेपी को एक भी सीट नहीं.
- सीवोटर का सर्वे- कांग्रेस को 50-58 सीटें, बीजेपी को 20-28, जेजेपी-0, आईएनएलडी-0 और अन्य 10-16.
- पीपुल्स पल्स- कांग्रेस को 55 सीटें, बीजेपी को 26, जेजेपी-0-1, आईएनएलडी 2-3 और अन्य 3-5.
- रिपब्लिक मैट्रिज– कांग्रेस को 55-62 सीटें, बीजेपी को 18-24, जेजेपी 0-3, आईएनएलडी 3-6 और अन्य 2-5.
2005 जैसा हो सकता है हाल?
हरियाणा में इस बार मौजूदा स्थिति को 2005 से भी जोड़कर देखा जा रहा है कि कैसे आलाकमान ने ऐन मौके पर अपने फैसले से सबको हैरान कर दिया था. तब पार्टी ने हरियाणा में 67 सीटें जीती थीं और भजनलाल का सीएम बनना तय था. लेकिन, आखिरी वक्त पर सीएम के तौर पर भूपिंदर हुडा का नाम घोषित कर दिया गया था.