सवाई माधोपुर: राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर दुर्ग में बड़ी खबर मिली है। यहां बाघिन टी 84 एरोहेड व उसके शावकों का विगत चार दिनों से लगातार मूवमेंट बना हुआ है । बाघिन का मूवमेंट रणथंभौर दुर्ग स्थित त्रिनेत्र गणेश मंदिर और उसके आस पास के क्षेत्र में होने के इनपुट मिलने के बाद आज यहां बड़ा फैसला लिया गया है। वन विभाग की ओर से त्रिनेत्र गणेश दर्शनों के लिये रणथंभौर दुर्ग जाने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आज यह मार्ग श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया है । श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए त्रिनेत्र गणेश मन्दिर ट्रस्ट की ओर से आज त्रिनेत्र गणेश मंदिर को बंद रखा गया है ।
मन्दिर के आस पास में बाघिन एरोहेड टी 84 और उसके शावक
त्रिनेत्र गणेश मंदिर के मुख्य महंत ब्रजकिशोर दाधीच संजय दाधीच और वन विभाग की ओर से अधिकारियों ने संयुक्त रूप से निर्णय कर आज रविवार को त्रिनेत्र गणेश मंदिर और गणेश मार्ग को श्रद्धालुओं के लिए बंद किया है । त्रिनेत्र गणेश मंदिर ट्रस्ट के प्रधान सेवक हिमांशु गौतम ने बताया कि वैसे तो रणथंभौर त्रिनेत्र गणेश के दर्शन करने हर रोज बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं, लेकिन आज रविवार होने के कारण त्रिनेत्र गणेश मंदिर के दर्शनों के लिए हजारों की संख्या में देश भर से श्रद्धालुओंं के आने की संभावना है । लेकिन विगत चार दिनों से रणथंभौर दुर्ग में मन्दिर के आस पास में बाघिन एरोहेड टी 84 और उसके शावकों का विचरण होने की जानकारी मिली है। इसके चलते श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुवे त्रिनेत्र गणेश मंदिर को आज श्रद्धालुओ के लिए बंद रखा गया है।
वन कर्मियों की टीम रणथंभौर दुर्ग में तैनात
वही बाघिन व शावकों की मॉनिटरिंग वन विभाग की ओर से लगातार की जा रही है । शनिवार शाम को भी त्रिनेत्र गणेश दर्शनों एंव रणथंभौर दुर्ग भ्रमण पर गये सैलानियों एंव श्रद्धालुओ को वन विभाग के कर्मचारियों ने अपनी निहरानी में रणथंभौर दुर्ग से सकुशल बाहर निकाला । रणथंभौर दुर्ग भ्रमण एंव त्रिनेत्र गणेश दर्शनों के लिए आने वाले सैलानियों एंव श्रद्धालुओ की सुरक्षा को देखते हुवे वन विभाग एंव मन्दिर ट्रस्ट द्वारा आज त्रिनेत्र गणेश मार्ग व मन्दिर को बंद रखा गया है ,ताकि कोई अनहोनी ना हो ,वही बाघिन टी 84 व उसके शावकों का आज भी गणेश मंदिर व उसके आस पास के दुर्ग क्षेत्र में मूवमेंट बना हुवा है ,वन कर्मियों की टीम रणथंभौर दुर्ग में तैनात है और बाघिन व शावकों की मॉनिटरिंग एंव निगरानी की जा रही है ।