Loksabha Chunav Exit Poll: एग्जिट पोल की डिबेट का बायकॉट करने वाले अपने रुख से कांग्रेस अब पलट गई है। पार्टी ने शनिवार को दिल्ली में INDIA अलायंस की मीटिंग के बाद यह फैसला लिया। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा, ‘INDIA अलायंस के दलों की मीटिंग हुई। इसमें भाजपा को एक्सपोज करने का फैसला हुआ। इसके अलावा एग्जिट पोल के पहले से तय सिस्टम को भी जनता के सामने उजागर करने की बात हुई है।’
खेड़ा ने कहा कि हमने विचार किया कि एग्जिट पोल की बहस में शामिल होने या दूर रहने के क्या परिणाम होंगे। अंत में INDIA अलायंस के दलों के बीच सहमति बनी है कि आज शाम को एग्जिट पोल पर होने वाली डिबेट में हम शामिल होंगे। दिल्ली में हुई विपक्षी दलों की बैठक में तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल समेत कई दिग्गज नेता पहुंचे। कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे आदि मौजूद रहे। लेकिन बंगाल की सत्ताधारी पार्टी टीएमसी से इसमें कोई नहीं पहुंचा। ममता बनर्जी की पार्टी ने पहले ही साफ कर दिया था कि हम इस बैठक में हिस्सा नहीं लेंगे।
टीएमसी ने क्यों बना ली INDIA अलायंस की मीटिंग से दूरी
टीएमसी का कहना था कि बंगाल में आखिरी राउंड में भी वोटिंग है और हमारे नेताओं की वहां व्यस्तता रहेगी। हालांकि उसके रवैये को लेकर सवाल भी उठे हैं कि आखिर किसी भी प्रतिनिधि को उसने मीटिंग में क्यों नहीं भेजा। इस मीटिंग को लेकर खरगे ने बताया था कि यह अनौपचारिक बैठक होगी। यहां केवल इस बात पर चर्चा की जाएगी कि मतगणना के दिन विपक्ष को किस तरह की तैयारी करनी चाहिए और लोगों को ईवीएम और फॉर्म 17 जैसी चीजों को लेकर सतर्क रहना चाहिए। कांग्रेस ने पहले ही अपनी राज्य इकाइयों को फॉर्म 17सी को लेकर सतर्क रहने को कहा है।
आखिरी राउंड के वोटिंग के दिन हो रही मीटिंग
यह बैठक उस दिन हो रही है जब लोकसभा चुनाव के सातवें एवं अंतिम चरण के लिए वोट पड़ रहे हैं। मतगणना चार जून को होगी। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में विपक्षी नेता चुनाव नतीजों से पहले अपनी रणनीति पर चर्चा करेंगे और सात चरण के चुनावों में अपने प्रदर्शन का भी आकलन कर सकते हैं।