नई दिल्ली: इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने शनिवार को कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में मेरे सर्वर को बार-बार हैक किया गया है. मेरे लैपटॉप, स्मार्टफोन और सर्वर को हैक कर उसके साथ छेड़छाड़ की गई है.
हैकरों ने धमकी देते हुए क्रिप्टोकरेंसी में हजारों डॉलर के भुगतान की मांग की है. इसके साथ ही उसने चेतावनी दी है कि अगर भुगतान नहीं किया गया तो वे मेरे नेटवर्क में लोगों से संपर्क करके मेरी छवि को धूमिल करने का प्रयास करेंगे और गलत सूचना फैलाने का काम करेंगे.
सैम पित्रोदा ने सबसे की ये अपील
पित्रोदा ने अपील करते हुए कहा कि अगर आपको किसी अज्ञात ईमेल/मोबाइल नंबर से मेरे बारे में कोई ईमेल या मैसेज मिलता तो मैं आपसे आग्रह करता हूं कि उन्हें न खोलें, किसी लिंक पर क्लिक न करें और किसी भी अटैचमेंट को डाउनलोड न करें क्योंकि उनमें मैलवेयर हो सकता है जो आपके डिवाइस को कंप्रोमाइज कर सकता है. उन्होंने आगे कहा कि मैं अभी ट्रैवलिंग कर रहा हूं. लेकिन शिकागो लौटने पर इस पर तत्काल एक्शन लूंगा. पुराने हार्डवेयर को बदलूंगा, सॉफ्टवेयर को अपग्रेड करूंगा और अपनी डिजिटल प्रजेंस के लिए मजबूत उपाय करूंगा.
कौन हैं सैम पित्रोदा?
सैम पित्रोदा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. यूपीए सरकार में वह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सलाहकार रहे हैं. वह एक बिजनेसमैन भी हैं. अमेरिका में कई कंपनियां भी चलाते हैं. सैम पित्रोदा साल 2005 से 2009 तक भारतीय ज्ञान आयोग के चेयरमैन रहे हैं. टेलीकॉम सेक्टर में पित्रोदा का अहम योगदान है. साल 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के आमंत्रण पर उन्होंने टेलीकॉम के क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के लिए सी-डॉट यानी ‘सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलिमैटिक्स’ की स्थापना की थी.
पित्रोदा अक्सर अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं. पिछले साल उन्होंने एक ऐसा बयान दे दिया था, जिससे देश में सियासी भूचाल आ गया था. उन्होंने कहा था कि हिंदुस्तान में हर कोई मंदिर की बात करता है लेकिन कोई बेरोजगारी, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी चीजों पर बात नहीं करता. राम मंदिर, हनुमान मंदिर के निर्माण से क्या कोई रोजगार मिलेगा.