तेल अवीव: सीरिया में चल रहे गृहयुद्ध के कारण इजरायल की टेंशन बढ़ गई है। इजरायल इसके बाद सीरिया के साथ सीमा पर अतिरिक्त सैनिक और वायु सेना तैनात कर रहा है। जिहादी विद्रोही तेजी से बढ़त बना रहे हैं, जिससे यह डर फैल गया है कि असद शासन गिरने से युद्धग्रस्त क्षेत्र में और अनिश्चितता पैदा हो सकती है। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब विद्रोहियों ने तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स से असद शासन के गठबंधन बलों को बाहर निकाल रहे हैं।इजरायल कथित तौर पर उस संभावना को लेकर तैयारी कर रहा है, जिसमें सीरियाई सेना विद्रोहियों को रोकने में नाकाम रहेगी। सेना ने कहा, ‘IDF घटनाओं पर नजर रख रहा है और हमले और बचाव में किसी भी परिदृश्य के लिए तैयार है। यह इजरायल की सीमा के पास किसी खतरे की इजाजत नहीं देगा। देश के नागरिकों के लिए किसी भी खतरे को विफल करने के लिए काम करेंगे।’
IDF की ओर से जारी एक वीडियो में, सैनिकों को सीरिया के साथ सीमा पर अवरोधक को मजबूत करते हुए देखा जा सकता है। इसमें बुलडोजर सीमा पर टैंक रोधी खाई बना रहा था।
सीरिया के हथियार भंडार पर हमला
इजरायली डिफेंस फोर्स के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल हरजी हलेवी ने रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज से गुरुवार और शुक्रवार को मुलाकात की। काट्ज ने IDF को उच्च स्तर की तैयारी बनाए रखने और सीरिया में डेवलमेंट की निगरानी रखने का निर्देश दिया। असद शासन के पतन के बाद आने वाली मुसीबतों के कारण इजरायल चिंता में हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक इजरायली वायु सेना ने हाल में रासायनिक हथियारों के भंडार पर हमला किया। ऐसा इसलिए कि वह विद्रोहियों के हाथों में न पहुंच जाएं।
अमेरिका ने अपने लोगों को निकलने को कहा
सीरिया में विद्रोहियों की बढ़त को देखते हुए अमेरिका ने चेतावनी दी है। अमेरिकी विदेश विभाग का कहना है कि अमेरिकी नागरिकों को तुरंत देश छोड़ देना चाहिए। क्योंकि जिहादी विद्रोहियों की सेनाएं राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेना के खिलाफ आक्रामक अभियान जारी रखे हुए हैं और अभी भी वाणिज्यिक विकल्प मौजूद हैं।
विभाग ने सोशल मीडिया पोस्ट पर पोस्ट किए गए सुरक्षा अलर्ट में कहा, ‘पूरे देश में सशसत्र समूहों के बीच सक्रिय झड़पों के कारण सुरक्षा स्थिति अस्थिर और अप्रत्याशित बनी हुई है। विभाग अमेरिकी लोगों से आग्रह करता है कि वे अब सीरिया छोड़ दें।’