बीजिंग: भारत का पिनाका मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम आर्मेनिया को निर्यात किया जा रहा है। फ्रांस की सेना भी इसे लेने पर विचार कर रही है। अब यह रॉकेट सिस्टम और भी ताकतवर हो गया है। भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने गुरुवार शाम को बताया कि उसने प्रोविजनल स्टाफ क्वालिटेटिव रिक्वायरमेंट्स (PSQR) वैलिडेशन ट्रायल के हिस्से के रूप में गाइडेड पिनाका हथियार सिस्टम के उड़ान को सफलतापूर्वक पा लिया है। यह पिनाका का गाइडेड संस्करण है। इसका मतलब है कि रॉकेट को सटीक हमले के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। अब इसकी रेंज 75 किमी तक हो गई है।पिनाका सिस्टम चीन को टक्कर देने के लिए अपग्रेड किया जा रहा है। वर्तमान में पिनाका Mk-I की रेंज 37 किमी है। पिनाका Mk-II की रेंज 60 किमी है। 44 सेकंड में यह 12 रॉकेट दाग सकता है। भारत इसे निर्यात करने का इरादा रखता है। आर्मेनिया ने पहले ही इस सिस्टम को खरीदा हुआ है। पिनाका की पहली रेजिमेंट को भेजा गया है। कई रिपोर्ट्स के मुताबिक फ्रांस भी पिनाका सिस्टम में दिलचस्पी रख रहा है जो बेहद दिलचस्प बात है। रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी दिलचस्पी गाइडेड सिस्टम में है।
चीन का PHL-03
चीन का PHL-03 ट्रक पर लदा एक सेल्फ प्रोपेल्ड 12-ट्यूब वाला रॉकेट लॉन्चर है। इसमें 300 मिमी वाले रॉकेट लगते हैं। इसका डिजाइन सोवियत निर्मित BM-30 स्मर्क रॉकेट आर्टिलरी सिस्टम पर आधारित है। इस रॉकेट लॉन्चर का प्रमुख काम बड़ी संख्या में मौजूद सैनिकों पर हमला, हवाई क्षेत्रों, कमांड सेंटरों, एयर डिफेंस बैटरियों पर हमला करना है।
इसमें BRE 300 MM रॉकेट लगते हैं, जिनकी रेंज 130 किमी होती है। प्रत्येक रॉकेट का वजन 800 किग्रा होता है। इसमें 280 किमी का वारहेड लगता है। अक्तूबर 2020 में आई रिपोर्ट में बताया गया कि PHL-03 में एक नए तरह का रॉकेट लगाया गया जो सामान्य से 30 किमी ज्यादा दूरी तक मार करता है।
चीन का AR-3
चीन का AR-3 मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम है। इसे गाइडेड रॉकेट लॉन्च करने के लिए भी बनाया गया है। इसे इसकी रेंज और मोबिलिटी के लिए जाना जाता है। AR-3 एक ट्रक पर लगाया जाता है, जो विभिन्न इलाकों में तेजी से तैनात हो सकता है। यह सिस्टम 200 किमी रेंज वाले रॉकेट को दाग सकता है। चीन को टक्कर देने के लिए भारत 120किमी, 150 किमी और 200 किमी वाला पिनाका सिस्टम विकसित कर रहा है।