कानपुर: यूपी के कानपुर से एक खौफनाक घटना सामने आई है। गुरुवार को देश में बड़े ही धूमधाम से दीपावली का त्योहार मनाया जा रहा था। कानपुर में एक कारोबारी ने गुरुवार रात घर में बड़े ही विधिविधान से पूजा अर्चना की। इसके बाद जलता हुआ दीपक लकड़ी से बने मंदिर में रख दिया। जिसकी वजह से आधीरात के बाद घर में आग लग गई। जिसमें पति-पत्नी और नौकरानी की जिंदा जलकर मौत हो गई।
काकादेव थाना क्षेत्र स्थित पांडु नगर में रहने वाले संजय श्यामदासानी कारोबारी हैं। वह पत्नी कनिका और हॉउस मेड छवि चौहान के साथ रहते थे। देर रात दिवाली की पूजन के बाद परिवार मंदिर में जलता हुआ दीपक रखकर सो रखकर सो गया था। आधीरात के बाद उस दीपक से मंदिर में आग लग गई। इस हादसे में दंपती और उनकी मेड की मौत हो गई।
दो दमकल की गाड़ियों ने बुझाई आग
फायर ऑफिसर दीपक शर्मा के मुताबिक दो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची थी। फायर कर्मियों ने मकान के अंदर से दंपति और उनकी मेड बाहर निकाल। तीनों को अस्पताल भेजा गया, जहां पर डॉक्टरों ने दंपति को मृत घोषित कर दिया। वहीं मेड छवि चौहान की इलाज के दौरान मौत हो गई।
जलता हुआ दीपक लकड़ी के मंदिर में रखकर सो गए
डीसीपी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि कारोबारी ने गुरुवार रात दीवाली की पूजा की थी। इसके बाद जलता हुआ दीपक लकड़ी के मंदिर में रखकर सो गए थे। जिसकी वजह से मंदिर में लगी आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया। जिसमें संजय शयादसानी, उनकी पत्नी कनिका (45) और मेड छवि चौहान की मौत हो गई। तीनों शवों का पोस्टमॉर्टम कराया जा रहा है।