उत्तर प्रदेश के मेरठ में सनसनीखेज अपहरण की वारदात सामने आई है. एक 10 साल के लड़के का उसके दोस्तों ने अपहरण कर लिया. अपहरण के बाद लड़के दोस्तों ने उसे बोरे में भर लिया जिससे वो बेहोश हो गया. वहीं बेहोश होने के बाद, लड़के दोस्तों ने मरा समझकर उसे श्मशान के पास फेंक दिया. अपहरण करने वाले दोनों दोस्तों को उम्र 15 साल से भी कम है.
मामला लिसाड़ी गेट के समर गार्डन का है. जहां एक व्यापारी के 10 साल के बच्चे को उसके दो दोस्तों ने बोरे में भर कर अपहरण की घटना को अंजाम दिया. अपहरण करने वालों दोनों उम्र 13 साल बताई जा रही है. दोनों ने 10 साल के बच्चे का अपहरण कर बोरे में भर लिया. बोरे में भरने से जिस बच्चे का अपहरण हुआ वो बेहोश हो गया. अपहरण करने वाले दोनों नाबालिग लड़कों ने उसे मरा समझकर श्मशान के पास फेंक दिया. वहीं जब बच्चे को होश आया तो मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने दोनों नाबालिग लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है.
बोरे में भर कर किया अपहरण
जानकारी के मुताबिक, लिसाड़ी गेट के समर गार्डन के पास जमालुद्दीन का घर है, उनके 10 वर्षीय बेटे का अपहरण कर लिया गया था. जमालुद्दीन ने बताया कि जिस वक्त अपहरण हुआ, उस वक्त बच्चा घर के पास ही था. काफी ढूंढने के बाद श्मशान के पास बोरे में भरा हुआ पड़ा मिला. जमालुद्दीन का बेटा घबराया हुआ था और वो कुछ भी बता नहीं पा रहा था. बाद उसने पूरे मामले के खुलासा किया है.
किराया मांगने पर किया किडनैप
जलादुद्दीन के मुताबिक, उनके एक मकान में एक परिवार किराए पर रहता है. बेटा किराये के लिए कहने के लिए उनकी दुकान पर गया था. वहीं किराये पर रह रहे ताहिर के दोनों बेटों ने उसे अंदर दुकान में खींच लिया और गला दबा दिया. जिससे उमर बेहोश हो गया. दोनों ने उमर को मरा समझ स्कूटी में रखकर श्मशान की जमीन पर फेंक आए थे.
वहीं पुलिस ने मामले में जांच शुरू की और इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज का चेक किया तो उसमें दोनों लड़के स्कूटी में रखकर बोरा ले जाते दिखाए दिए. पुलिस ने दोनों लड़कों को गिरफ्तार कर लिया है. कोर्ट में पेश करने के बाद दोनों को संप्रेक्षण गृह भेजा गया है.