इजराइल और फिलिस्तीन विवाद को लेकर भारत का रुख हमेशा से साफ रहा है. भारत ने मिडिल-ईस्ट के इस सबसे बड़े विवाद के निपटारे के लिए ‘टू-नेशन’ समाधान का समर्थन किया है. अगर इजराइल भारत का दोस्त है तो फिलिस्तीन से भी भारत के मजबूत रिश्ते रहे हैं. यही वजह है कि मुश्किल की घड़ी में भारत ने फिलिस्तीन की मदद के लिए हर बार हाथ बढ़ाया है.
विदेश मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, भारत ने एक बार फिर फिलिस्तीन के लिए राहत सामग्री भेजी है. भारत ने जीवनरक्षित और एंटी कैंसर ड्रग्स समेत 30 टन मेडिकल सप्लाई फिलिस्तीन को भेजी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने X पर पोस्ट कर ये जानकारी दी है.
🇮🇳s support to the people of Palestine continues.
Extending humanitarian assistance to the people of Palestine, 🇮🇳 sends 30 tons of medical supplies comprising essential life-saving and anti-cancer drugs to Palestine. pic.twitter.com/gvHFnDhlGd
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) October 29, 2024
जंग की शुरुआत से भारत कर रहा मदद
पिछले साल अक्टूबर में जंग की शुरुआत से ही भारत, गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनियों के लिए राहत सामग्री भेज रहा है, जिससे उनकी मदद की जा सके. पिछले साल जहां भारत ने फिलिस्तीन को 3.5 करोड़ डॉलर की वित्तीय सहायता भेजी थी तो वहीं इस साल जुलाई में भारत ने संयुक्त राष्ट्र की राहत और कार्य एजेंसी (UNRWA) को 25 लाख डॉलर की पहली किश्त जारी की थी.
इसके अलावा मोदी सरकार ने 22 अक्टूबर को भी फिलिस्तीन की मदद के लिए 30 टन की राहत सामग्री भिजवाई थी, जिसमें दवाइयां, सर्जिकल आइटम, डेंटल प्रोडक्ट्स, हाई-एनर्जी बिस्कुट समेत कई जरूरी सामग्री शामिल थीं.
🇮🇳 sends humanitarian assistance for the people of Palestine through UNRWA.
The first tranche of assistance comprising 30 tons of medicine and food items has departed today.
The consignment includes a wide range of essential medicines and surgical supplies, dental products, pic.twitter.com/ZlFiKOfezx
— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) October 22, 2024
इसे UN रिलीफ और गाजा में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए काम करने वाली एजेंसी UNRWA के जरिए बांटा जा रहा है.
गाजा में दवा-मेडिकल उपकरणों की भारी कमी
दरअसल भारत की ओर से भेजे जाने वाली राहत सामग्री पहले मिस्र भेजी जाती है जहां से रफाह बॉर्डर के जरिए यह सामान UN की एजेंसियों को पहुंचाया जाता है जो गाजा के लोगों में इन सामग्रियों का वितरण करते हैं.
हालांकि हाल ही में UN की ओर से चिंता जताई गई थी कि इजराइल जरूरी मेडिकल और फूड सप्लाई के ट्रकों को रोक रहा है जिससे गाजा के लोगों पर भूखे मरने की नौबत तक आ गई है. वहीं मेडिकल इक्विपमेंट की कमी के कारण इजराइली हमलों में घायल होने वाले लोगों के इलाज में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.