इजराइल ने करीब 100 फाइटर जेट्स की मदद से शनिवार को ईरान के अलग-अलग क्षेत्रों में पर हमला किया था. इजराइल से ईरान की दूरी करीब 2100 किलोमीटर है, जिसके कारण इजराइल ने ईरान के साथ-साथ इराक के हवाई क्षेत्र का भी उल्लंघन किया. इराक ने अपने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने को लेकर संयुक्त राष्ट्र में शिकायत दर्ज कराई है.
इराक ने अधिकारिक बयान में कहा कि सोमवार को इराक ने संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को भेजे एक विरोध पत्र में पड़ोसी ईरान पर हमला करने के लिए इजराइल की ओर से अपने हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल करने की निंदा की है.
#Iraq has submitted a complaint to the United Nations over #Israels use of its airspace to strike #Iran, an Iraqi government spokesperson says. pic.twitter.com/JWTS7WwGhi
— Ehsanullah Ehsan🇦🇫 (@EhEhsanullah) October 28, 2024
सरकार के प्रवक्ता बसीम अलवादी ने बताया कि पत्र में 26 अक्टूबर को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान पर हुए हमले में इराकी वायु क्षेत्र का उपयोग कर, इराक की संप्रभुता का उल्लंघन करने की निंदा की गई है.
ईरान ने UN को लिखा पत्र
इजराइल के हमले के खिलाफ ईरान ने भी संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को पत्र लिखा है, जिसमें इजराइल के हमले की निंदा के लिए UNSC की एक बैठक बुलाने का आह्वान किया गया है. साथ ही पत्र में ये भी लिखा गया है कि ईरान अपने ऊपर हुए हमले का जवाब देने का अधिकार रखता है.
विदेश मंत्री सईद अब्बास अराघची ने कहा है कि ईरान देश के खिलाफ इजराइल के आपराधिक आक्रमण का जवाब देने का अधिकार रखता है. इससे पहले सुप्रीम लीडर अली खामनेई भी कह चुके हैं कि इजराइल को हमारी ताकत का एहसास दिलाना जरूरी है.
इजराइल का हमला
एक अक्टूबर को ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले का बदला लेते हुए इजराइल ने शनिवार को ईरान पर हमला किया था. इजराइल ने ईरान के कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया और इस हमले में 4 ईरानी सैनिक मारे गए. ईरान का कहना है कि उसने इजराइल के ज्यादातर हमले पहले ही रोक दिए, जबकि इजराइल ने अपने इस हमले को सफल बताया है.
इस हमले के दौरान इजराइल ने कई अरब देशों के क्षेत्रों का इस्तेमाल किया है खबरों के मुताबिक इजराइल जेट में फ्यूल रिफिल करने के लिए अमेरिका जहाज कुवैत में मौजूद अमेरिकी एयरबेस से उड़े थे, इसके अलावा इस हमले में इराक और सीरियाई क्षेत्रों में भी नुकसान की खबरें हैं.